पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर नहीं होगी अनुशासनात्मक कार्रवाई, अपने कोचों की सलाह मानेगा PCB


पीसीबी पीसीबी

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अपने विदेशी मुख्य कोचों की सलाह पर काम करने का फैसला किया है और किसी भी खिलाड़ी के ख़िलाफ़ अब वो कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई करने से बचेगा। इसके साथ ही बोर्ड खिलाड़ियों को आगामी अंतरराष्ट्रीय सत्र पर ध्यान केंद्रित करने की इजाज़त देगा।

उंचे ओहदे पर तैनात बोर्ड के एक सूत्र ने शनिवार को बताया कि शुरू में आयरलैंड और इंग्लैंड दौरे और T20 विश्व कप के दौरान कुछ खिलाड़ियों के दुर्व्यवहार के मामलों की जांच के लिए अनुशासन समिति गठित करने पर चर्चा हुई थी।

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन अब तक बोर्ड संविधान के अनुसार कोई अनुशासन समिति गठित नहीं की गई है।’’

सूत्र ने कहा कि संविधान के मुताबिक़ अगर अध्यक्ष चाहते हैं कि अनुशासन के कुछ मुद्दों पर ग़ौर किया जाए तो उन्हें स्वतंत्र अनुशासनात्मक या जांच समितियां गठित करनी होंगी।

सूत्र के अनुसार PCB अध्यक्ष मोहसिन नक़वी ने लाल और सफेद गेंद के कोचों क्रमश: जेसन गिलेस्पी और गैरी कर्स्टन के साथ-साथ चयनकर्ता मोहम्मद यूसुफ़ और असद शफ़ीक़ के साथ लंबी चर्चा की।

दोनों कोच की ओर से बोर्ड को आगे देखने की सलाह दी गई है। 

"हां, मुख्य कोच कुछ खिलाड़ियों को आराम देने और उनके कार्यभार को प्रबंधित करने के बारे में कप्तानों के साथ बात करेंगे, लेकिन केवल उन खिलाड़ियों को ही आगामी सत्र के लिए बाहर किया जा सकता है, जिन्होंने पिछले कुछ समय से अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है।" उसने कहा।

सूत्र ने कहा कि पाकिस्तान इस महीने के आखिर में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ होने वाले पहले टेस्ट के लिए पूरी ताकतवर टीम के साथ जाएगा। कोच गिलेस्पी संभावित खिलाड़ियों के लिए प्रशिक्षण शिविर शुरू करने के लिए सोमवार तक रावलपिंडी पहुंच जाएंगे।

उन्होंने यह भी खुलासा किया कि नवंबर तक कोई भी सफेद गेंद वाला क्रिकेट नहीं होने के कारण मोहम्मद आमिर और इमाद वसीम के चयन पर फैसला बाद में लिया जाएगा।

बताते चलें कि दोनों वरिष्ठ खिलाड़ियों को T20 विश्व कप में खेलने के लिए अंतरराष्ट्रीय संन्यास से बाहर आने के लिए राज़ी कर लिया गया।

उन्होंने आगे कहा, "कोचों ने चेयरमैन को भरोसा दिलाया कि उन्हें टीम को व्यवस्थित करने और टीम के भीतर किसी भी तरह के मुद्दे को दूर करने के लिए समय दिया जाना चाहिए। उनका कहना था कि मामले इतने गंभीर नहीं हैं कि उन्हें ड्रेसिंग रूम में सुलझाया न जा सके।"



Discover more
Top Stories