गिलेस्पी को लाल गेंद प्रारूप में पाकिस्तान के मुख्य कोच पद से हटाने की ख़बरों को खारिज किया पीसीबी ने
जेसन गिलेस्पी लाल गेंद के प्रारूप में पाकिस्तान के मुख्य कोच बने रहेंगे (स्रोत: @_FaridKhan,X.COM)
एक अहम घटनाक्रम में, पीसीबी ने हाल ही में उन रिपोर्ट को गलत ठहराया है जिसमें जेसन गिलेस्पी को पाकिस्तान के मुख्य कोच के पद से हटाने का दावा किया गया था। रविवार (17 नवंबर) को जारी एक आधिकारिक बयान में, पीसीबी ने गिलेस्पी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की और कहा कि वह दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ आगामी दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ के लिए रेड-बॉल कोच के रूप में टीम का नेतृत्व करना जारी रखेंगे।
बयान में कहा गया है , "पीसीबी इस ख़बर का पुरज़ोर खंडन करता है। जैसा कि पहले घोषणा की गई थी, जेसन गिलेस्पी दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ दो टेस्ट मैचों के लिए पाकिस्तान टीम के कोच बने रहेंगे।"
यह प्रतिक्रिया उस समय आई है जब पहले ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि पाकिस्तान के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ आकिब जावेद को गिलेस्पी की जगह सभी प्रारूपों में मुख्य कोच बनाया जाएगा ।
पाकिस्तान के मुख्य कोच बने रहेंगे गिलेस्पी
इससे पहले इसी साल अप्रैल में दो साल के अनुबंध पर नियुक्त किए गए गिलेस्पी को ख़ास तौर पर पाकिस्तान के लिए लाल गेंद की कोचिंग की ज़िम्मेदारी संभालने के लिए लाया गया था। हालांकि, अफ़वाहें फैलीं कि पीसीबी ने उन्हें सीमित ओवरों के क्रिकेट के लिए पूर्णकालिक मुख्य कोच का पद भी देने की पेशकश की थी, जिसे उन्होंने कथित तौर पर अस्वीकार कर दिया।
गिलेस्पी ने इससे पहले पूर्व मुख्य कोच गैरी कर्स्टन के अचानक इस्तीफे के बाद ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ पाकिस्तान की एकदिवसीय और टी20 सीरीज़ के लिए अंतरिम कोच के रूप में पदभार संभाला था।
गिलेस्पी का ध्यान लाल गेंद के प्रारूप पर रहेगा, क्योंकि पाकिस्तान को दक्षिण अफ़्रीका के साथ दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ खेलनी है। पहला टेस्ट 26 दिसंबर को सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट पार्क में खेला जाएगा, जबकि दूसरा मुक़ाबला केपटाउन के न्यूलैंड्स में खेला जाना है।
ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ सीमित ओवरों की सीरीज़ में फैली अफवाहों और हाल की चुनौतियों के बावजूद, पीसीबी ने लाल गेंद वाली टीम के लिए गिलेस्पी के नेतृत्व पर अपना भरोसा दिखाया है। दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ आगामी टेस्ट सीरीज़ गिलेस्पी के साथ-साथ पाकिस्तान के लिए भी एक अहम परीक्षा होगी, क्योंकि टीम का लक्ष्य खेल के लंबे प्रारूप में अपनी प्रतिष्ठा को फिर से बनाना है।