'केवल लक्ष्मण ही हमें बचा सकते हैं': पुणे में रोहित एंड कंपनी की करारी हार को सामने देख फ़ैन्स ने किया दिग्गज बल्लेबाज़ को याद
प्रशंसकों ने लक्ष्मण के योगदान को याद किया [स्रोत: @ICC/X.Com]
रोहित शर्मा की अगुआई वाली भारतीय टीम पुणे में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ दूसरे टेस्ट मैच में शर्मनाक हार के कगार पर है। 359 रनों के मुश्किल लक्ष्य का पीछा करते हुए घरेलू टीम पहले ही कीवी आक्रमण के सामने 7 विकेट खो चुकी है।
भारतीय बल्लेबाज़ों का प्रदर्शन पूरी सीरीज़ में निराशाजनक रहा है क्योंकि वे कीवी स्पिन गेंदबाज़ों, ख़ासकर मिच सेंटनर का सामना करने में विफल रहे हैं। ऑफ-ब्रेक़ गेंदबाज़ ने पुणे टेस्ट में कहर बरपाया और वे पहले ही इस मुक़ाबले में 10 विकेट चटका चुके हैं।
यशस्वी जायसवाल को छोड़कर बाकी सभी भारतीय बल्लेबाज़ संघर्ष करते दिखे और स्पिन के ख़तरे का सामना नहीं कर सके। विराट कोहली और रोहित जैसे सीनियर बल्लेबाज़ों से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन उन्होंने भी निराश किया और भारत भारी दबाव में बिखर गया।
भारतीय बल्लेबाज़ों के संघर्ष के दौरान प्रशंसकों को वीवीएस लक्ष्मण की याद आई, जो महान भारतीय बल्लेबाज़ रहने के साथ ही मुश्किल परिस्थितियों से भारत को बाहर निकालते थे। जब भी उनकी टीम को ज़रूरत होती थी, तो लक्ष्मण दीवार की तरह खड़े रहते थे।
वीवीएस की यादगार पारी
साल 2001 में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ लक्ष्मण की 281 रनों की पारी को कौन भूल सकता है। ईडन गार्डन्स में खेली गई यह ऐतिहासिक पारी हमेशा प्रशंसकों की यादों में रहेगी। लक्ष्मण ने राहुल द्रविड़ के साथ मिलकर लगभग दो दिनों तक बल्लेबाज़ी की थी, जिसमें घरेलू टीम हार के कगार से वापस आकर यादगार जीत दर्ज करने में सफल रही।
2010 में एक बार फिर वे ऑस्ट्रेलिया के दुश्मन बन गए, जब लक्ष्मण ने पुछल्ले बल्लेबाज़ों के साथ बल्लेबाज़ी की और प्रज्ञान ओझा के साथ महत्वपूर्ण साझेदारी करके भारत को ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 1 विकेट से जीत दिलाई।
वीवीएस दबाव में अच्छी बल्लेबाज़ी करते थे और उन्होंने दबाव में मैच जिताऊ पारी खेलने की आदत बना ली थी, जिसे भारत की हालिया विनाशकारी बल्लेबाज़ी को देखने के बाद प्रशंसक आज भी याद करते हैं।