शाकिब की मुश्किलें बढ़ीं, बांग्लादेश की अदालत ने पूर्व कप्तान पर लगाया यात्रा बैन
शाकिब अल हसन पर कार्रवाई की जाएगी - (स्रोत :@जॉन्स/एक्स.कॉम)
बांग्लादेश के पूर्व कप्तान शाकिब अल हसन एक बार फिर मुश्किल में फंस गए हैं, क्योंकि ढ़ाका की एक अदालत ने 38 वर्षीय शाकिब पर यात्रा प्रतिबंध लगाने का आदेश पारित किया है। 16 जून को अदालत ने शाकिब सहित 14 अन्य पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद यह आदेश पारित किया था।
बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, शाकिब पर भ्रष्टाचार, धन की हेराफेरी और शेयर बाजार में संदिग्ध निवेश के ज़रिए अवैध संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया गया है।
शाकिब के देश छोड़ने पर प्रतिबंध
पिछला साल शाकिब के लिए अच्छा नहीं रहा, क्योंकि वह अपने देश में राजनीतिक अशांति के कारण अगस्त 2024 से बांग्लादेश नहीं लौटे हैं।
अगस्त 2024 में बांग्लादेशी छात्रों ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख़ हसीना के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया, जो हिंसक हो गया और हसीना को देश छोड़कर भागना पड़ा। शाकिब भी जांच के दायरे में थे, क्योंकि वे हसीना की पार्टी से जुड़े थे और अवामी लीग के सांसद रह चुके थे।
भारत के ख़िलाफ़ टेस्ट मैच के बाद शाकिब ने संन्यास की घोषणा कर दी, लेकिन दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ अपना विदाई टेस्ट मैच नहीं खेल पाए, क्योंकि इस घटना के बाद वह बांग्लादेश नहीं लौट सके।
शाकिब के ख़िलाफ़ हत्या का मामला दर्ज
शाकिब एक गंभीर विवाद में उलझे हुए हैं, उन पर एक कपड़ा फैक्ट्री कर्मचारी की हत्या में शामिल होने का आरोप है। ये आरोप उस समय सामने आए जब शाकिब पाकिस्तान में दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ में हिस्सा ले रहे थे।
मौजूदा राजनीतिक संकट के बावजूद, शाकिब को अंतरिम सरकार ने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ टेस्ट सीरीज़ में हिस्सा लेने की अनुमति दे दी है। हालांकि, BCB को शाकिब को राष्ट्रीय क्रिकेट टीम से हटाने की मांग करते हुए एक कानूनी नोटिस मिला है। ग़ौरतलब है कि शाकिब पाकिस्तान के ख़िलाफ़ सीरीज़ में नहीं खेले थे और भारत के ख़िलाफ़ उनका आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच था।
शाकिब पर गेंदबाज़ी से प्रतिबंध
इस साल की शुरुआत में ECB ने शाकिब पर गेंदबाज़ी करने से प्रतिबंध लगा दिया था, क्योंकि उन पर अवैध गेंदबाज़ी एक्शन का आरोप लगा था।
ECB ने एक बयान में कहा, "शाकिब तब तक ECB प्रतियोगिताओं में गेंदबाज़ी करने के लिए अयोग्य हैं, जब तक कि वह अपने गेंदबाज़ी एक्शन का स्वतंत्र पुनर्मूल्यांकन नहीं करवा लेते।"
हालांकि, बाद में शाकिब का गेंदबाज़ी एक्शन सही पाए जाने के बाद उन्हें दोबारा गेंदबाज़ी करने की इजाज़त दे दी गई। ताज़ा घटनाक्रम में यह साफ़ नहीं है कि शाकिब इस समय बांग्लादेश में हैं या नहीं, लेकिन ढ़ाका कोर्ट के उनके ख़िलाफ़ आदेश से वह और भी बड़े विवाद में फंस गए हैं।