INDW बनाम SAW: मंधाना और शेफ़ाली की बेहतरीन साझेदारी ने तोड़े कई रिकॉर्ड


स्मृति मंधाना और शेफ़ाली वर्मा ने महिला टेस्ट में बनाई सबसे बड़ी ओपनिंग साझेदारी (ट्विटर) स्मृति मंधाना और शेफ़ाली वर्मा ने महिला टेस्ट में बनाई सबसे बड़ी ओपनिंग साझेदारी (ट्विटर)

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की सलामी बल्लेबाज़ स्मृति मंधाना और शेफ़ाली वर्मा ने एक धमाकेदार साझेदारी की, जिसने रिकॉर्ड बुक में अपना दर्ज करा दिया है।

इस जोड़ी ने 292 रनों की साझेदारी करके महिला टेस्ट क्रिकेट में अब तक की सबसे बड़ी ओपनिंग साझेदारी का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।

INDW बनाम SAW टेस्ट: मंधाना और वर्मा ने निभाई ऐतिहासिक साझेदारी

हमेशा की तरह शानदार बल्लेबाज़ स्मृति मंधाना और युवा खिलाड़ी शेफ़ाली वर्मा ने दक्षिण अफ़्रीकी गेंदबाज़ी आक्रमण का सामना शालीनता और आक्रामकता के साथ किया।

उनकी इस ओपनिंग साझेदारी ने महिला टेस्ट क्रिकेट में पहले विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का 20 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया, तथा 2004 में कराची में वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ पाकिस्तान की साजिदा शाह और किरण बलूच द्वारा बनाई गई 241 रन की साझेदारी को पीछे छोड़ दिया।

भारतीय उप-कप्तान मंधाना ने अपने अनुभव का परिचय देते हुए 122 गेंदों में 19 चौकों की मदद से अपना दूसरा टेस्ट शतक पूरा किया।

तो वर्मा ने अपनी आक्रामक प्रवृत्ति का परिचय देते हुए मात्र 113 गेंदों पर अपना पहला टेस्ट शतक बनाया, जिसमें 15 चौके और दो छक्के शामिल थे। भारतीय सलामी बल्लेबाज़ों ने दक्षिण अफ़्रीकी गेंदबाज़ों की जमकर धुनाई की।




इस तरह उनकी विशाल साझेदारी महिला टेस्ट क्रिकेट में किसी भी विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का सर्वकालिक रिकॉर्ड तोड़ने के बेहद करीब भी पहुंची लेकिन तोड़ नहीं सके।

ऑस्ट्रेलिया की लिंडसे रीलर और डेनिस एनेट्स द्वारा 1987 में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ बनाया गया 309 रनों का प्रतिष्ठित रिकॉर्ड बरकरार रहा, क्योंकि मंधाना 52वें ओवर में डेलमी टकर की गेंद पर 149 रन बनाकर आउट हो गईं। उनकी शानदार पारी में 27 चौके और एक छक्का शामिल था।

सर्वोच्च साझेदारी से चूकने के बावजूद, दोनों बल्लेबाज़ों ने 292 रन की साझेदारी की जो अब महिला टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में किसी भी विकेट के लिए दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी बन गई है।

इसके अलावा, मंधाना और वर्मा के बीच साझेदारी ने न केवल टेस्ट क्रिकेट के लिए एक नया मानदंड स्थापित किया, बल्कि कई उल्लेखनीय उपलब्धियां भी हासिल कीं।

उनकी यह साझेदारी अब महिला टेस्ट क्रिकेट में भारत की ओर से सबसे बड़ी साझेदारी है और किसी भी एशियाई जोड़ी द्वारा की गई सबसे बड़ी साझेदारी है। इसके अलावा यह 1987 के बाद से महिला टेस्ट क्रिकेट में बनाई गई सबसे बड़ी साझेदारी भी है।

इसके अलावा, यह ऐतिहासिक उपलब्धि पहली बार है जब भारतीय सलामी बल्लेबाज़ों ने एक ही पारी में शतक बनाए हैं।


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