टेस्ट और फ़र्स्ट क्लास क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की बांग्लदेशी खिलाड़ी इमरुल कायेस ने, ढ़ाका में विदाई मैच के लिए तैयार
इमरुल कायेस ने अपने रेड-बॉल करियर को अलविदा कहा [स्रोत: @raisul_rifat88/x.com]
बांग्लादेश के सलामी बल्लेबाज़ इमरुल कायेस ने टेस्ट और प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की है। उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर एक वीडियो के ज़रिए इस भावनात्मक ख़बर का खुलासा करते हुए कहा कि उनका आखिरी रेड-बॉल गेम ढ़ाका के शेरे बांग्ला नेशनल स्टेडियम में खुलना डिवीज़न और ढ़ाका डिवीज़न के बीच आगामी नेशनल क्रिकेट लीग (एनसीएल) मैच होगा। जहां एक ओर इमरुल रेड-बॉल क्रिकेट में अपना सफ़र ख़त्म कर रहे हैं, वहीं छोटे प्रारूपों के लिए इस खिलाड़ी का खेलना फिलहाल जारी रहेगा।
इमरुल ने लाल गेंद क्रिकेट को अलविदा कहा
अपनी इस घोषणा में इमरुल भावनाओं को रोक नहीं पाए और इसे अपने करियर का "सबसे कठिन" फैसला बताया। पारी की शुरुआत करने और बांग्लादेश को शीर्ष क्रम में स्थिरता देने के बाद, यह एक बड़ी विदाई है।
इमरुल ने आखिरी बार साल 2019 में ईडन गार्डन्स पर टेस्ट मैच खेला था, जो भारत का पहला डे-नाइट टेस्ट था। ज़्यादातर ओपनर के तौर पर बल्लेबाज़ी करते हुए उन्होंने 39 मैचों में 24.28 की औसत से 1,797 रन बनाए, जिसमें तीन शतक और चार अर्द्धशतक शामिल हैं।
व्यक्तिगत आंकड़ों से कहीं ज़्यादा, इमरुल के टेस्ट करियर को तमीम इक़बाल के साथ उनकी साझेदारी के लिए याद किया जाएगा। साथ में, वे बांग्लादेश की सबसे सफल ओपनिंग जोड़ी बन गए, जिन्होंने 53 पारियों में 2,336 रन जोड़े। उनकी पहली विकेट की साझेदारी का औसत 45.80 है जो बांग्लादेश का सर्वश्रेष्ठ है।
कायेस 2015 में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ तमीम के साथ रिकॉर्ड तोड़ 312 रनों की साझेदारी के लिए भी जाने जाते हैं। उस 312 रनों की साझेदारी ने न केवल विश्व रिकॉर्ड बनाया बल्कि बांग्लादेश को पाकिस्तान के ख़िलाफ़ एक यादगार ड्रॉ कराने में भी मदद की। यह टेस्ट मैच की तीसरी या चौथी पारी में एकमात्र 300 से ज़्यादा रनों की ओपनिंग साझेदारी है।
मील का पत्थर पाने का एक आखिरी मौक़ा
इमरुल प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 8,000 रन के आंकड़े से सिर्फ 70 रन दूर हैं, जो उनके अंतिम मैच में उनके लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकता है। 16 नवंबर को होने वाला यह विदाई मैच उन्हें यह उपलब्धि हासिल करने का आखिरी मौक़ा देगा।
कायेस के लाल गेंद वाले क्रिकेट से दूर होने के बाद, उनके प्रशंसक निश्चित रूप से शीर्ष क्रम में उनके धैर्य को याद करेंगे। यह एक यादगार आखिरी मैच है और उम्मीद है कि वह अपने प्रथम श्रेणी के सफ़र को शानदार तरीके से अलविदा कहेंगे।