पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर ने पुणे टेस्ट में न्यूज़ीलैंड की जीत पर भारत के ओवर-कॉन्फ़िडेंट की आलोचना की


न्यूज़ीलैंड ने बनाई भारत पर बढ़त [Source: PTI]
न्यूज़ीलैंड ने बनाई भारत पर बढ़त [Source: PTI]

पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर बासित अली ने पुणे टेस्ट में न्यूज़ीलैंड के हाथों शर्मनाक हार के बाद भारतीय टीम पर कटाक्ष किया। सीरीज़ से पहले, किसी ने भी नहीं सोचा था कि कीवी टीम भारत को उन्हीं के घर में हरा देगी।

बेंगलुरू में बड़ी जीत के बाद आत्मविश्वास से भरी न्यूज़ीलैंड की टीम ने अति आत्मविश्वासी भारतीय टीम को परास्त कर दिया और कीवी टीम ने सीरीज़ पर कब्ज़ा कर लिया और 2-0 की अजेय बढ़त ले ली। यह 12 साल में भारत की घरेलू सरजमीं पर पहली सीरीज़ हार थी।

पूर्व क्रिकेटर बासित अली का मानना है कि कानपुर में डेढ़ दिन के अंदर बांग्लादेश को हराने के बाद भारतीय टीम अति आत्मविश्वास में आ गई और उसने न्यूज़ीलैंड को हल्के में ले लिया, जबकि रोहित शर्मा की अगुआई वाली टीम ऑस्ट्रेलिया में बड़ी चुनौती के लिए तैयारी कर रही है।

बासित ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, "मैंने कहा था कि 350 से ज़्यादा के लक्ष्य का पीछा करना बहुत मुश्किल होगा। शीर्ष तीन बल्लेबाज़ों में से किसी एक को शतक लगाना ही था। भारत की बल्लेबाज़ी की पोल खुल गई। पहले मैच में कीवी पेसरों ने 17 विकेट लिए। दूसरे टेस्ट में स्पिनरों ने 19 विकेट लिए। भारत के खिलाड़ी न तो पेसरों को और न ही स्पिनरों को अच्छे से खेल पाए। जिस ट्रैक पर पेस और बाउंस था (बेंगलुरु), वहां भारत हार गया और स्पिनिंग ट्रैक पर भी भारत हार गया।"

उन्होंने कहा, "भारत ने बांग्लादेश के ख़िलाफ़ दो दिन में मैच जीत लिया और न्यूज़ीलैंड को श्रीलंका ने 2-0 से हरा दिया। टीम ने सोचा होगा कि वे न्यूज़ीलैंड को आसानी से हरा देंगे। इसका मतलब है कि भारतीय प्रबंधन और भारतीय खिलाड़ी ओवर-कॉन्फ़िडेंट में थे।"

शर्मनाक हार के बाद भारत की WTC फ़ाइनल में जगह खतरे में

न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ दो मैचों में हार के साथ भारत का WTC फ़ाइनल में जगह बनाना खतरे में है। स्थिति अभी भी भारत के हाथ में है, लेकिन अगले साल जून में होने वाले टूर्नामेंट के लिए क़्वालीफ़ाई करने के लिए उन्हें अब अपने बचे हुए 6 टेस्ट मैचों में से 4 जीतने की जरूरत है।

हालांकि, यह काम आसान नहीं होगा क्योंकि भारत ऑस्ट्रेलिया में 5 टेस्ट खेलेगा और उसे घर पर एक मजबूत ऑस्ट्रेलियाई टीम के ख़िलाफ़ कड़ी परीक्षा का सामना करना पड़ेगा। साथ ही, अन्य टीमें भी आस-पास ही हैं, इसलिए भारत को अपने दृष्टिकोण के बारे में सतर्क रहने की आवश्यकता है।

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Raju Suthar

Raju Suthar

Author ∙ Oct 27 2024, 5:22 PM | 2 Min Read
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