जानें...कौन हैं दिल्ली कैपिटल्स के मालिक
दिल्ली कैपिटल्स के मालिक किरण कुमार ग्रांधी और पार्थ जिंदल [स्रोत: @DelhiCapitals/x.com]
दिल्ली कैपिटल्स (DC) मूल आईपीएल टीमों में से एक है, लेकिन वे हमेशा से ही अंडरडॉग की तरह रहे हैं। कैपिटल्स साल 2008 से ही इस टीम को चला रहे हैं, लेकिन अब तक ट्रॉफ़ी उनसे दूर रही है। दिल टूटने के बावजूद, DC लगातार वापसी कर रही है, अपने निडर क्रिकेट और युवा प्रतिभा से प्रशंसकों का दिल जीत रही है।
इन सबके पीछे एक मज़बूत स्वामित्व व्यवस्था है। जीएमआर ग्रुप और जेएसडब्ल्यू ग्रुप के साथ मिलकर डीसी पिछले कुछ सालों में एक मज़बूत ब्रांड के रूप में विकसित हुआ है।
यहां दिल्ली कैपिटल्स के मालिकों पर एक क़रीबी नज़र डाली गई है जो इस पावरहाउस फ्रैंचाइज़ी के पीछे का शो चलाते हैं।
दिल्ली कैपिटल्स के मालिक: जीएमआर ग्रुप और जेएसडब्ल्यू ग्रुप
दिल्ली कैपिटल्स का सह-स्वामित्व दो बड़ी कंपनियों के पास है: जीएमआर ग्रुप और जेएसडब्ल्यू ग्रुप ।
जीएमआर ग्रुप संपत्ति विकास में एक बड़ा नाम है और उन्होंने 2008 में 84 मिलियन डॉलर में यह फ्रेंचाइज़ी खरीदी थी।
2018 में, भारत के शीर्ष बहुराष्ट्रीय समूहों में से एक, JSW ग्रुप, ₹550 करोड़ में 50% हिस्सेदारी खरीदकर स्वामित्व में शामिल हो गया।
स्वामित्व में प्रमुख व्यक्ति
जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स के निदेशक पार्थ जिंदल डीसी के स्वामित्व के पीछे मुख्य चेहरों में से एक हैं। टीम की रणनीतियों को आकार देने और साहसिक निर्णय लेने में उनकी अहम भूमिका रही है।
जीएमआर की तरफ से जीएमआर इंफ्रास्ट्रक्चर के सीईओ और एमडी किरण ग्रांधी अहम भूमिका निभाते हैं। जिंदल और गांधी मिलकर पक्का करते हैं कि डीसी का प्रबंधन पेशेवर तरीके से हो और वे हमेशा आगे की ओर देखते रहें।
भारतीय सेना के पूर्व पैराट्रूपर विनोद बिष्ट को हाल ही में अंतरिम सीईओ नियुक्त किया गया, जिससे फ्रेंचाइज़ी में नेतृत्व का एक और स्तर जुड़ गया।
दिल्ली कैपिटल्स का स्वामित्व इतिहास
डी.सी. के स्वामित्व में कुछ प्रमुख उपलब्धियां देखी गयी हैं:
2008: जीएमआर ग्रुप ने फ्रेंचाइज़ी खरीद ली और इसका नाम दिल्ली डेयरडेविल्स रखा।
2018: JSW ग्रुप ने 50% हिस्सेदारी खरीदकर टीम का स्वामित्व अपने हाथ में ले लिया। इसके तुरंत बाद, टीम का नाम बदलकर दिल्ली कैपिटल्स कर दिया गया।
जीएमआर और जेएसडब्ल्यू के बीच साझेदारी सुचारू रही है और दोनों पक्ष डीसी को सफ़लता की ओर ले जाने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।
हालांकि वे आईपीएल जीतने के क़रीब पहुंच गए हैं, लेकिन ट्रॉफ़ी कैपिटल्स के लिए एक सपना बनी हुई है।
जीएमआर और जेएसडब्ल्यू: विवाद और कानूनी चुनौतियां
डीसी का मालिकाना हक़ विवादों से दूर रहा है। जीएमआर ग्रुप और जेएसडब्ल्यू ग्रुप दोनों ने अपनी साफ-सुथरी छवि बनाए रखी है और पूरी तरह से क्रिकेट और टीम को पेशेवर तरीके से चलाने पर ध्यान केंद्रित किया है।
व्यावसायिक उद्यम और संबद्धता
दिल्ली कैपिटल्स सिर्फ़ आईपीएल तक ही सीमित नहीं है। उनके पास कई सहयोगी टीमें और साझेदारियाँ हैं जो क्रिकेट में उनकी मौजूदगी को बढ़ाती हैं:
- दुबई कैपिटल्स: अंतर्राष्ट्रीय लीग T20 (आईएलटी-20) की एक टीम, जिसका स्वामित्व जीएमआर ग्रुप के पास है।
- प्रिटोरिया कैपिटल्स : दक्षिण अफ़्रीका की SA20 लीग में प्रतिस्पर्धा, जिसका स्वामित्व भी GMR के पास है।
- सिएटल ऑर्कास: संयुक्त राज्य अमेरिका में एक मेजर लीग क्रिकेट (एमएलसी) फ्रेंचाइजी।
- हैम्पशायर क्रिकेट: इस इंग्लिश काउंटी क्रिकेट टीम में भी जीएमआर ग्रुप की 51% हिस्सेदारी है।
- प्रायोजन के मोर्चे पर, डीसी ने कुछ सबसे बड़े नामों के साथ सहयोग किया है। उनका टाइटल पार्टनर हीरो फिनकॉर्प है, जबकि प्रमुख प्रायोजकों में ग्रीनपैनल और डीपी वर्ल्ड शामिल हैं।
- जियो, एको, प्यूमा, वारी सोलर, एनकैल्म और जेएसडब्ल्यू पेंट्स जैसे सहयोगी साझेदार उनके पोर्टफोलियो को और मज़बूत करते हैं।
- ड्रीम11, बिसलेरी, बिग एंट स्टूडियोज और जियोसिनेमा जैसे आधिकारिक साझेदार अतिरिक्त सहायता प्रदान करते हैं, जबकि पेटीएम इनसाइडर उनकी टिकटिंग का प्रबंध करता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (एफएक्यू)
प्रश्न 1. दिल्ली कैपिटल्स का मालिक कौन है?
उत्तर: दिल्ली कैपिटल्स का सह-स्वामित्व जीएमआर ग्रुप और जेएसडब्ल्यू ग्रुप के पास है।
प्रश्न 2. टीम के स्वामित्व में प्रमुख व्यक्ति कौन हैं?
उत्तर: पार्थ जिंदल (जेएसडब्ल्यू) और किरण कुमार ग्रांधी (जीएमआर) डीसी का प्रबंधन करने वाले मुख्य लोग हैं।
प्रश्न 3. स्वामित्व को लेकर क्या विवाद हुए हैं, अगर कोई हो?
उत्तर: डीसी का स्वामित्व स्वच्छ और विवादों से मुक्त रहा है।
प्रश्न 4. टीम के मालिकों के साथ बाकी कौन से उपक्रम जुड़े हुए हैं?
उत्तर: जीएमआर ग्रुप दुबई कैपिटल्स, प्रिटोरिया कैपिटल्स और सिएटल ऑर्कास का मालिक है और हैम्पशायर क्रिकेट में भी इसकी हिस्सेदारी है।