PCB ने बांग्लादेश के ख़िलाफ़ टेस्ट सीरीज़ से पहले की नई चयन समिति की घोषणा की
T20 विश्व कप में हार के बाद PCB ने नई चयन समिति की घोषणा की (ट्विटर)
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने बांग्लादेश के ख़िलाफ़ बहुप्रतीक्षित दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ से पहले शुक्रवार को एक संशोधित चयन समिति की घोषणा की।
यह फेरबदल T20 विश्व कप 2024 में पाकिस्तान के खराब प्रदर्शन के बाद हुआ है, जिससे टीम के पदानुक्रम में भूमिकाओं का महत्वपूर्ण पुनर्मूल्यांकन हुआ है।
PCB में बड़े बदलाव, नई चयन समिति का गठन
पाकिस्तान की नई चयन समिति में अनुभव और नेतृत्व का मिश्रण देखने को मिल रहा है, जिसमें रेड और वाइट बॉल क्रिकेट टीमों के कप्तान (बाबर आज़म और शान मसूद) के साथ-साथ मुख्य कोच गैरी कर्स्टन और जेसन गिलेस्पी भी शामिल हैं।
पाकिस्तान क्रिकेट के दिग्गज असद शफीक और मोहम्मद यूसुफ को चयन समिति में बरकरार रखा गया है और वे अपनी व्यापक विशेषज्ञता को सामने लाएंगे। इन सभी सदस्यों के पास वोटिंग अधिकार और महत्वपूर्ण निर्णय लेने की शक्ति होगी, जिससे रणनीतिक योजना और टीम चयन का एक नया युग शुरू होगा।
इसके अलावा, समिति में सहायक कोच अजहर महमूद और अध्यक्ष के सलाहकार बिलाल अफ़ज़ल जैसे गैर-मतदान सदस्य भी शामिल होंगे।
एनालिटिक्स और टीम रणनीति प्रबंधक हसन चीमा, उच्च प्रदर्शन और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के निदेशक क्रमशः नदीम ख़ान और उस्मान वाहला के साथ मिलकर नई पाकिस्तान चयन समिति का गठन करेंगे।
T20 विश्व कप में ख़राब प्रदर्शन के बाद अब्दुल रज़्ज़ाक़ और वहाब रियाज़ को महत्वपूर्ण पदों से हटा दिया गया, जिसमें वहाब की सीनियर टीम मैनेजर की भूमिका भी शामिल थी।
भविष्य में, नवगठित समिति का तात्कालिक कार्य बांग्लादेश सीरीज़ के लिए एक मजबूत टीम का चयन करना है, जो अगस्त के अंत में शुरू होने वाली है।
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2023-25 चक्र का हिस्सा बनने वाले ये मैच पाकिस्तान के लिए टेस्ट क्षेत्र में अपनी स्थिति फिर से हासिल करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
पहला टेस्ट मैच 21-25 अगस्त तक रावलपिंडी में खेला जाएगा, इसके बाद 30 अगस्त से 3 सितंबर तक कराची में दूसरा टेस्ट मैच खेला जाएगा।
चूंकि PCB इस रणनीतिक फेरबदल के साथ एक नया अध्याय शुरू करने जा रहा है, इसलिए क्रिकेट जगत की निगाहें इस बात पर लगी रहेंगी कि ये बदलाव प्रदर्शन में किस तरह से तब्दील होते हैं।
बांग्लादेश के ख़िलाफ़ आगामी सीरीज़ नये सिरे से गठित चयन समिति की प्रभावशीलता की परीक्षा होगी।