एक नज़र...भारतीय कोच के रूप में गंभीर की पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस की 3 खास बातों पर
भारत के मुख्य कोच के रूप में अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान गौतम गंभीर और अजीत अगरकर [X]
भारतीय क्रिकेट इस समय बड़े बदलाव के दौर से गुज़र रहा है और टीम की कप्तानी में बदलाव इसका अहम हिस्सा है।
राहुल द्रविड़ ने भारतीय राष्ट्रीय टीम के साथ अपना कोचिंग कार्यकाल शानदार तरीके से पूरा किया, क्योंकि टीम T20 विश्व कप 2024 की चैंपियन बनकर उभरी। द्रविड़ के पद छोड़ने के बाद गौतम गंभीर ने यह पद संभाला। उन्होंने पिछले कुछ दिनों में अपने कोचिंग स्टाफ़ को व्यवस्थित करके, श्रीलंका में भारत के अगले दौरे के लिए टीम के चयन में अपनी भूमिका निभाकर और फिर मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाग लेकर खुद को सक्रिय कर लिया है।
भारत के मुख्य कोच के रूप में गंभीर की पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई मुद्दों पर चर्चा हुई। इस कार्यक्रम से तीन मुख्य बातें इस प्रकार हैं।
रोहि और बातें 2027 वनडे विश्व कप के लिए भारत की योजना का हिस्सा
भारत ने 2023 के वनडे विश्व कप में शानदार प्रदर्शन किया। वे टूर्नामेंट के अपने सभी मुक़ाबलों में अपराजित रहे। हालाँकि, किस्मत का साथ ना होने की वजह से ऑस्ट्रेलिया ने फ़ाइनल में भारत को हरा दिया।
इससे रोहित शर्मा की ट्रॉफ़ी कैबिनेट में वनडे विश्व कप की ट्रॉफ़ी नहीं आ सकी। खास बात यह है कि 2011 में भारत की जीत के दौरान वे टीम का हिस्सा नहीं थे जबकि विराट साल 2011 में टीम में थे। हालांकि, सीनियर सदस्य और टीम के नेतृत्व कोर का हिस्सा बनने के बाद वे वनडे विश्व कप जीतने वाली टीम का हिस्सा नहीं रहे हैं।
2023 वनडे विश्व कप फाइनल में मिली असफलता के बाद, प्रशंसक कोहली और रोहित को एक साथ वनडे विश्व कप जीतते हुए देखना चाहते हैं। इसके लिए अगला मौक़ 2027 में मिलेगा, जब रोहित और विराट की उम्र क्रमशः 40 और 38 साल होगी। तब तक इन दोनों दिग्गजों के भारत की योजना का हिस्सा होने पर संदेह था। हालांकि, इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में अजीत अगरकर ने इस मामले पर बात करते हुए कहा कि ये दोनों अगर खेलना चाहेंगे तो विश्व कप टीम का हिस्सा होंगे।
जडेजा के सफेद गेंद करियर के लिए उम्मीद
अगरकर से श्रीलंका में वनडे सीरीज़ के लिए रवींद्र जडेजा को बाहर करने के बारे में पूछा गया। अनुभवी ऑलराउंडर ने T20I से संन्यास की घोषणा की है और अब वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दो लंबे प्रारूपों में खेलने के लिए उपलब्ध होंगे। हालांकि, भारतीय प्रबंधन ने श्रीलंका में वनडे सीरीज़ के लिए वाशिंगटन सुंदर और अक्षर पटेल को चुनने का फैसला किया। इससे यह अटकलें लगाई जाने लगीं कि जडेजा का सफेद गेंद का करियर शायद ख़त्म हो गया है।
हालांकि, जब इस बारे में पूछा गया तो अगरकर ने साफ किया कि जडेजा अपने वर्कलोड मैनेजमेंट के कारण श्रीलंका नहीं जा रहे हैं। आगे एक लंबा टेस्ट सीज़न आने वाला है, इसलिए वे जडेजा को ठीक ठाक आराम देना चाहते हैं। इस मामले पर अगरकर ने कहा -
"अक्षर और जडेजा दोनों को चुनने का कोई मतलब नहीं था। एक को वैसे भी बेंच पर बैठाया जाता। जडेजा को बाहर नहीं किया गया है। एक लंबा टेस्ट सीजन आने वाला है।"
हार्दिक की फिटनेस के चलते वे T20 में कप्तान नहीं बन पाए
अगर कोई T20 विश्व कप 2024 से पहले भारतीय प्रबंधन के चयनों को देखे, तो रोहित की ग़ैरमौजूदगी में, कोई सोचेगा कि हार्दिक पांड्या को कम से कम वनडे और T20I में अगला कप्तान बनाने के लिए तैयार किया जा रहा है। हालाँकि, जब श्रीलंका T20I के लिए भारतीय टीम की घोषणा की गई, तो सूर्यकुमार यादव को टीम का कप्तान चुना गया।
भारतीय प्रबंधन के इस कदम ने कई अटकलों और चर्चाओं को जन्म दिया। हालांकि, अगरकर ने यह साफ़ कर दिया है कि भारत हार्दिक को बचाने की कोशिश कर रहा है, क्योंकि उनके करियर में अब तक चोटें एक बड़ी चिंता का विषय रही हैं। सूर्यकुमार यादव ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके अधिकतर T20 मैच खेलने की उम्मीद है क्योंकि उन्हें फिलहाल केवल उसी प्रारूप के लिए माना जा रहा है और इसलिए उन्हें कप्तानी दी गई है।