बंगाल के 15 वर्षीय बल्लेबाज़ ने तोड़ा गांगुली का 25 साल पुराना रणजी ट्रॉफ़ी रिकॉर्ड


10वीं क्लास के लड़के ने तोड़ा सौरव गांगुली का रिकॉर्ड [@NarikesthaOba/X.com]10वीं क्लास के लड़के ने तोड़ा सौरव गांगुली का रिकॉर्ड [@NarikesthaOba/X.com]

बंगाल क्रिकेट के लिए एक ऐतिहासिक पल में 15 वर्षीय अंकित चटर्जी ने रणजी ट्रॉफ़ी में पदार्पण करते हुए दिग्गज क्रिकेटर सौरव गांगुली का रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया। मालूम हो कि इससे पहले गांगुली ने 1989-90 के रणजी ट्रॉफ़ी फ़ाइनल के दौरान 17 साल की उम्र में प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण किया था।

बनगांव हाई स्कूल में 10वीं कक्षा के छात्र अंकित आयु वर्ग के क्रिकेट में धूम मचा रहे हैं। वह श्यामबाज़ार क्लब का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो उनके स्कूल से 75 किलोमीटर से भी ज़्यादा दूर है। अंकित के शानदार प्रदर्शन की बदौलत उन्हें 15 साल और 361 दिन की उम्र में हरियाणा के ख़िलाफ़ बंगाल की प्लेइंग इलेवन में जगह मिली।

रणजी ट्रॉफ़ी में डेब्यू करने वाला सबसे युवा खिलाड़ी कौन है?

महज़ 12 साल की उम्र में वैभव सूर्यवंशी ने रणजी ट्रॉफ़ी में डेब्यू करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बनकर इतिहास रच दिया है। बिहार का प्रतिनिधित्व करते हुए वैभव ने क्रिकेट के दिग्गज युवराज सिंह और सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड तोड़ दिए। पटना में मुंबई के ख़िलाफ़ उनके प्रभावशाली डेब्यू ने उन्हें भारतीय प्रथम श्रेणी क्रिकेट इतिहास में जगह दिलाई है।

वैभव की उपलब्धियाँ यहीं नहीं रुकतीं - वह अंडर-19 स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले सबसे युवा खिलाड़ी भी हैं। बाएं हाथ के इस खिलाड़ी ने शानदार कौशल दिखाते हुए युवा टेस्ट मैचों में किसी भारतीय द्वारा सबसे तेज़ शतक का रिकॉर्ड अपने नाम किया है।

इस बीच, अंकित की उपलब्धि और भी यादगार है क्योंकि वह अभी भी स्कूल में है और इस पदार्पण के साथ ही वह बंगाल के लिए खेलने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए हैं।

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