12वीं की बोर्ड परीक्षा के दबाव के कारण ऋचा घोष हुईं न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ सीरीज़ से बाहर
ऋचा घोष (Source: @mufaddal_vohra/x.com)
विकेटकीपर-बल्लेबाज़ ऋचा घोष अपनी कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं के लिए न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ आगामी एकदिवसीय श्रृंखला से बाहर हो गयी हैं। वह हाल ही में 21 साल की हुई हैं, 2020 से भारत के अंतरराष्ट्रीय सेटअप का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रही हैं। 24 अक्टूबर से अहमदाबाद में शुरू होने वाली तीन मैचों की एकदिवसीय सीरीज़ के लिए भारत की तैयारी के दौरान टीम में उनकी अनुपस्थिति महसूस की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि भारतीय टीम का नेतृत्व हरमनप्रीत कौर करेंगी, जिनकी कप्तानी संयुक्त अरब अमीरात में चल रहे T20 विश्व कप से भारत के ग्रुप चरण से बाहर होने के बाद जांच के दायरे में आ गई है।
न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ शुरुआती मैच में टीम की हार, जो एक महत्वपूर्ण मैच था, ने टूर्नामेंट से उनके जल्दी बाहर होने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे उनके नेतृत्व और टीम के समग्र प्रदर्शन पर सवाल उठने लगे।
ऋचा घोष, शोभना और वस्त्राकर भी नहीं खेल सकेंगी
ऋचा घोष की अनुपस्थिति के अलावा, भारतीय टीम को लेग स्पिनर आशा शोभना की सेवाएं भी नहीं मिलेंगी, जो चोट के कारण बाहर हैं। BCCI ने पुष्टि की है कि ऑलराउंडर पूजा वस्त्रकार को सीरीज़ के लिए आराम दिया गया है।
BCCI के बयान में आगे कहा गया, "ऋचा घोष अपनी 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं के कारण चयन के लिए उपलब्ध नहीं है। आशा शोभना वर्तमान में चोट से जूझ रही हैं और चयन के लिए उपलब्ध नहीं है। जबकि पूजा वस्त्रकार को सीरीज़ के लिए आराम दिया गया है।"
इन असफलताओं के बावजूद, टीम में चार नए चेहरे शामिल किए गए हैं, जिन्हें पहली बार वनडे टीम में शामिल किया गया है। तेज गेंदबाज़ी ऑलराउंडर सायली सतगारे और साइमा ठाकुर, लेग स्पिनर प्रिया मिश्रा और मध्यक्रम की बल्लेबाज़ तेजल हसब्निस को टीम में शामिल किया गया है, जिससे भारतीय टीम को नई प्रतिभाएँ मिलेंगी, क्योंकि वे T20 विश्व कप में मिली निराशा के बाद फिर से वापसी करना चाहते हैं।
वनडे सीरीज़ के लिए भारतीय टीम में अनुभवी और उभरती प्रतिभाओं का मिश्रण है, जिसमें हरमनप्रीत कौर और स्मृति मंधाना जैसी अनुभवी बल्लेबाज़ बल्लेबाज़ी लाइनअप की अगुआई करेंगी। हालांकि, 50 ओवर के प्रारूप में न्यूज़ीलैंड की मजबूत टीम के ख़िलाफ़ भारत की नजरें वापसी करने पर होंगी, इसलिए युवा खिलाड़ियों पर प्रभाव डालने की जिम्मेदारी होगी।
यह सीरीज़ भारत को भविष्य के टूर्नामेंटों के लिए अपनी तैयारियों में गति हासिल करने का मौका देती है, साथ ही हरमनप्रीत कौर पर अपने आलोचकों को जवाब देने और टीम को सफल अभियान की ओर ले जाने का अतिरिक्त दबाव भी है।
न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ तीन वनडे मैचों की सीरीज़ के लिए भारतीय टीम
हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना (उप-कप्तान), शैफाली वर्मा, डी हेमलता, दीप्ति शर्मा, जेमिमा रोड्रिग्स, यास्तिका भाटिया (विकेटकीपर), उमा छेत्री (विकेटकीपर), सयाली सतगारे, अरुंधति रेड्डी, रेणुका सिंह ठाकुर, तेजल हसब्निस, साइमा ठाकुर, प्रिया मिश्रा, राधा यादव, श्रेयंका पाटिल