दिलीप ट्रॉफी 2024; इंडिया ए कप्तान के तौर पर केएल राहुल पर शुभमन गिल को क्यों तरजीह दी गई?
टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए शुभमन गिल और केएल राहुल (X.com)
शुभमन गिल का क़द विश्व क्रिकेट में तेज़ी से बढ़ा है। हाल ही में उन्हें श्रीलंका दौरे के लिए सीमित ओवरों की क्रिकेट में भारत का उप-कप्तान बनाया गया है। उन्होंने ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ T20 सीरीज़ में भी भारत की कप्तानी की और अब उन्हें दिलीप ट्रॉफी 2024 में भारत ए का कप्तान बनाया गया है। हालांकि केएल राहुल भी इसी टीम में हैं।
तो आख़िर क्यों गिल को दिलीप ट्रॉफी के कप्तान के तौर पर केएल राहुल से बेहतर माना गया। जबकि राहुल के पास टेस्ट क्रिकेट में भारत की कप्तानी करने का अनुभव भी है। आइए जानते हैं।
शुभमन गिल को अगले ऑल-फॉर्मेट भारतीय कप्तान के रूप में देखा जा रहा है
शुभमन गिल भारतीय क्रिकेट के सबसे प्रतिभाशाली युवाओं में से एक हैं। ऐसा लगता है कि चयनकर्ताओं और बीसीसीआई ने उन्हें रोहित शर्मा के उत्तराधिकारी के लिए तैयार करने का मन बना लिया है।
रिपोर्टों के अनुसार वह जसप्रीत बुमराह से भारतीय टेस्ट टीम की उप-कप्तानी संभालने के लिए तैयार हैं। दुलीप ट्रॉफी ने चयनकर्ताओं को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कठिन चुनौतियों से पहले कुछ वरिष्ठ खिलाड़ियों का नेतृत्व करने का अनुभव प्रदान करने का एक अच्छा अवसर प्रदान किया है।
तो बतौर कप्तान केएल राहुल समय समाप्त हो गया है?
केएल राहुल अब 32 साल के हो चुके हैं। बीसीसीआई अब लंबे समय तक कप्तानी का विकल्प तलाशने के लिए उत्सुक है। इसलिए वे अब से युवा खिलाड़ियों को आजमाने की संभावना तलाश रहें हैं। केएल राहुल ने तीन टेस्ट मैचों, 12 वनडे और 1 T20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत की कप्तानी की है और उनका रिकॉर्ड अच्छा रहा है।
हालाँकि, अतीत में उनके नेतृत्व कौशल की बहुत अधिक रक्षात्मक होने के कारण आलोचना की गई थी। और उन्हें वनडे उप-कप्तान के पद से भी हटा दिया गया था। ऐसा लगता है कि चयनकर्ताओं ने इस स्टाइलिश दाएं हाथ के खिलाड़ी को टीम से बाहर करने का फैसला कर लिया है।
इसके अलावा कप्तान के रूप में केएल राहुल का बल्लेबाज़ी रिकॉर्ड भी बहुत अच्छा नहीं है। उन्होंने भारत की कप्तानी करते हुए तीन टेस्ट मैचों में सिर्फ 19.16 की औसत से रन बनाए हैं। राहुल का वनडे औसत भी उनकी कप्तानी में सिर्फ 33.55 है, जबकि उनका वनडे औसत 52.02 है। जिसने भी चयनकर्ताओं को अन्य विकल्पों पर विचार करने में भूमिका निभाई होगी।
केएल राहुल के टेस्ट टीम में भी जगह बनना मुश्क़िल
केएल राहुल ने सिडनी में शतक के साथ अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी। उसके बाद अगले बल्लेबाज़ी सुपरस्टार बनने के लिए तैयार थे। उनके वनडे आँकड़े काफी अच्छे हैं। लेकिन 50 टेस्ट मैचों में सिर्फ़ 34.08 का टेस्ट औसत उनकी प्रतिभा के साथ न्याय नहीं करता है। यही कारण है कि वह भारतीय टीम में नियमित जगह नहीं बना पाए हैं।
उन्हें बल्लेबाज़ी क्रम में हर नम्बर पर आजमाया गया है। वर्तमान में उन्हें मध्य क्रम के बल्लेबाज़ के तौर पर खिलाया गया। जहां प्रतिस्पर्धा काफी कड़ी है। क्योंकि इंग्लैंड टेस्ट सीरीज़ में कई युवा खिलाड़ी शानदार प्रदर्शन किया है।
गिल इंग्लैंड के ख़िलाफ़ दो शतकों के बाद तीसरे नंबर पर ही खेलते दिखेंगे। गिल भारतीय टीम प्रबंधन की दीर्घकालिक योजनाओं को ध्यान में रखते हुए कप्तानी की दौड़ में काफी आगे दिख रहे हैं।