राहुल द्रविड़ और गौतम गंभीर के कोचिंग में ऐसे है रोहित शर्मा की कप्तानी के आंकड़े


रोहित शर्मा कप्तान (Source: X.com) रोहित शर्मा कप्तान (Source: X.com)

बड़ी ख़बर यह है कि भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टीम के हित के लिए ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ पांचवें और अंतिम टेस्ट से खुद को हटाने का फैसला किया है। गौरतलब है कि रोहित बल्ले से संघर्ष कर रहे हैं और मौजूदा टेस्ट सीरीज़ में उनका औसत सिर्फ 6 रन का रहा है।

अब रोहित के भारतीय टेस्ट टीम से बाहर होने के बाद गौतम गंभीर पर सवाल उठ रहे हैं, जिन्हें अभी भारत के मुख्य कोच के तौर पर अपनी योग्यता साबित करनी है। 2024 के पहले हाफ में कप्तान रोहित के लिए चीजें सही चल रही थीं, लेकिन न्यूज़ीलैंड सीरीज़ की शुरुआत के बाद से चीजें खराब होती चली गईं।

अब, फ़ैंस को पूर्व मुख्य कोच राहुल द्रविड़ और वर्तमान कोच गौतम गंभीर के मार्गदर्शन में भारत के कप्तान के रूप में हिटमैन के प्रदर्शन के बारे में उत्सुकता हो गई है।

राहुल द्रविड़ के नेतृत्व में रोहित शर्मा का कप्तानी रिकॉर्ड

गौरतलब है कि राहुल द्रविड़ की कोचिंग में बतौर कप्तान रोहित का पहला टेस्ट मार्च 2022 में श्रीलंका के ख़िलाफ़ घरेलू मैदान पर हुआ था। तब से, उन्होंने द्रविड़ के कार्यकाल के दौरान भारत के कप्तान के रूप में 16 टेस्ट खेले हैं और उनका रिकॉर्ड मजबूत है। द्रविड़ के कार्यकाल के दौरान रोहित की कप्तानी में भारत द्वारा खेले गए मैचों की सूची यहां दी गई है।

मैच
जीते
हारे
परिणाम नहीं निकला
16 10 4 2

16 मैचों में से भारत ने 10 मैच जीते और चार हारे है। इसके अलावा दो मैच ड्रॉ रहे। द्रविड़ के दौर में हिटमैन की जीत का प्रतिशत 62.5 था।

द्रविड़ की कोचिंग में रोहित क्यों चमके?

रोहित ज़्यादा डिफेंसिव कप्तान हैं, जो अपने तरीके से इरादे से निपटना पसंद करते हैं। द्रविड़ की कोचिंग रोहित के लिए अनुकूल थी क्योंकि वह मैदान पर होने वाले फैसलों में ज़्यादा हस्तक्षेप नहीं करते थे और इससे रोहित को अपने तरीके से परिस्थितियों से निपटने की आज़ादी मिलती थी।

द्रविड़ के कार्यकाल में विचारों में स्पष्टता थी। इसलिए, इसका असर हिटमैन की बल्लेबाज़ी पर भी नहीं पड़ा। रणनीतिक फैसलों की बात करें तो रोहित डिफेंसिव कप्तान हैं और यह द्रविड़ की कोचिंग के साथ मेल खाता है।

गौतम गंभीर की कप्तानी में रोहित शर्मा का कप्तानी रिकॉर्ड

गौतम गंभीर का कार्यकाल जुलाई 2024 में शुरू हुआ जब उन्होंने पहली बार श्रीलंका का दौरा किया। तब से, भारत ने तीन टेस्ट सीरीज़ खेली हैं और अवांछनीय परिणाम देखे हैं।

मैच
जीते
हारे
परिणाम नहीं निकला
8 2 5 1

गंभीर की नियुक्ति के बाद भारत ने आठ मैच खेले हैं, जिसमें रोहित ने टीम की अगुआई की है। हालांकि, यह निराशाजनक प्रदर्शन रहा है, जिसमें उनकी जीत का प्रतिशत केवल 25% है।

गंभीर की कोचिंग में रोहित क्यों फ़्लॉप हुए?

गंभीर की बात करें तो उन्हें मैदान पर आक्रामकता और इरादे दिखाना पसंद है। इसलिए कहीं न कहीं रोहित की यह ज़बरदस्ती की आक्रामकता और इरादे का उल्टा असर हुआ है, जिसका नतीजा उनकी बल्लेबाज़ी पर भी पड़ा है।

इसके अलावा, ऐसा लग रहा था कि गंभीर की ओर से इस बात को लेकर काफी हस्तक्षेप किया गया कि खेल की शैली क्या होनी चाहिए और यह रोहित की कप्तानी के अनुकूल नहीं था।

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Raju Suthar

Raju Suthar

Author ∙ Jan 3 2025, 9:53 AM | 3 Min Read
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