मोहम्मद शमी या ऑकीब नबी: दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ टेस्ट सीरीज़ के लिए भारतीय टीम में कौन होना चाहिए?
मोहम्मद शमी और औकीब नबी (स्रोत: @TheCricketSaga/X.com)
भारत का अगला टेस्ट मैच दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ है। यह मौजूदा वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) चक्र में भारत की दूसरी घरेलू सीरीज़ है और हाल ही में पाकिस्तान में एक टेस्ट मैच जीतने वाली प्रोटियाज़ टीम के ख़िलाफ़ यह एक चुनौतीपूर्ण सीरीज़ होने की उम्मीद है।
भारत एक ऐसी टीम है जो अपने कुछ दिग्गज खिलाड़ियों के लंबे प्रारूप से संन्यास लेने के बाद कुछ नए खिलाड़ियों को आज़मा रही है। भारत का बल्लेबाज़ी पूल काफी बड़ा है, लेकिन तेज़ गेंदबाज़ी अभी भी उतनी अच्छी नहीं है, और जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज का साथ देने के लिए भरोसेमंद विकल्पों की तलाश जारी है।
उभरती प्रतिभा बनाम अनुभवी सुपरस्टार
मोहम्मद शमी पिछले कुछ सालों में भारत के लिए एक बेहतरीन खिलाड़ी रहे हैं, लेकिन उन्होंने 2023 के बाद से टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला है। चोटों ने उनकी प्रगति को रोक दिया है, लेकिन ऐसा लगता है कि यह तेज़ गेंदबाज़ अब अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में लौट रहा है और बंगाल के लिए दो रणजी मैचों में अच्छा प्रदर्शन कर चुका है। तो क्या भारत को उन्हें दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ टेस्ट सीरीज़ के लिए टीम में शामिल करना चाहिए?
घरेलू क्रिकेट में लगातार प्रभावशाली प्रदर्शन करने वाले एक और गेंदबाज़ हैं ऑकीब नबी। उन्होंने दलीप ट्रॉफ़ी में अच्छा प्रदर्शन किया और अब रणजी ट्रॉफ़ी में जम्मू-कश्मीर के लिए बेहतरीन फॉर्म में हैं। तो क्या उन्हें शमी पर तरजीह मिलनी चाहिए? आइए विश्लेषण करते हैं।
मौजूदा रणजी सीज़न के अब तक के आंकड़ों पर नज़र डालें तो, ऑकीब नबी दो मैचों में 17 विकेट लेकर तालिका में शीर्ष पर हैं । उन्होंने अब तक दो बार पाँच विकेट लिए हैं और 9.35 की औसत और 23.53 के शानदार स्ट्राइक रेट से विकेट लिए हैं।
रणजी ट्रॉफ़ी 2025-26 में मोहम्मद शमी और ऑकीब नबी की तुलना
| मापदंड | मोहम्मद शमी | ऑकिब नबी |
| मैच | 2 | 2 |
| विकेट | 15 | 17 |
| औसत | 10.47 | 9.35 |
| स्ट्राइक-रेट | 27.20 | 23.53 |
| 5 विकेट हॉल | 1 | 2 |
विकेटों के मामले में शमी भी ज़्यादा पीछे नहीं हैं और उन्होंने दो मैचों में 15 विकेट लिए हैं। हालाँकि, नबी का औसत और स्ट्राइक-रेट शमी से बेहतर है। इसके अलावा, मोहम्मद शमी द्वारा लिए गए 15 विकेटों में से 10 विकेट निचले चार बल्लेबाज़ों के हैं ।
इसके अलावा, ऑकीब नबी भी दलीप ट्रॉफ़ी में शानदार फॉर्म में थे और उन्होंने ईस्ट ज़ोन के ख़िलाफ़ चार गेंदों में चार विकेट लिए थे । नबी बल्ले से भी योगदान दे सकते हैं और हाल ही में राजस्थान के ख़िलाफ़ रणजी मैच में उन्होंने अर्धशतक लगाया था।
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में ऑकिब नबी
| मापदंड | डेटा |
| पारी | 33 |
| विकेट | 113 |
| औसत | 20.10 |
| स्ट्राइक-रेट | 41.1 |
| 5 W/10 W | 11/3 |
पिछले रणजी सीज़न में भी ऑकीब नबी दूसरे सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ थे। उन्होंने उस सीज़न में 44 विकेट लिए थे, और वह एक ऐसी प्रतिभा हैं जिन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मौक़ा मिलना चाहिए।
दूसरी ओर, मोहम्मद शमी भी हैं। एक सिद्ध खिलाड़ी जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को कई मैच जिताए हैं। अगर वह पूरी तरह से फिट हैं, तो उनका अनुभव और विश्वस्तरीय कौशल भारत के लिए एक बड़ी संपत्ति साबित होंगे और वह एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें भारत टेस्ट क्रिकेट में नज़रअंदाज़ नहीं कर सकता।
दक्षिण अफ़्रीका सीरीज़ के लिए शमी की जगह नबी का चयन मास्टरस्ट्रोक क्यों हो सकता है?
हालांकि, यहां सवाल यह है कि घरेलू टेस्ट सीरीज के लिए कौन बेहतर विकल्प है? अगर भारतीय चयनकर्ता ऑकीब नबी को आज़माना चाहते हैं, तो उन्हें सीधे विदेशी दौरे की बजाय घरेलू सीरीज़ के लिए टीम में शामिल करना एक अच्छी बात होगी।
अगर उन्हें प्लेइंग इलेवन में मौक़ा नहीं भी मिलता है, तो भी भारतीय टीम के साथ बने रहना उनके लिए एक अच्छा अभ्यास होगा और लंबे समय में भारत के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। दूसरी ओर, शमी अपनी पूरी फिटनेस को मज़बूत करने के लिए ज़्यादा रणजी मैच खेल सकते हैं, और इससे उन्हें ज़्यादा मैच खेलने का मौक़ा भी मिलेगा, जो पिछले एक-दो साल से चोट के कारण छूट रहा है।
इसलिए, भारतीय चयनकर्ता ज़रूरत पड़ने पर मोहम्मद शमी को किसी भी दौरे पर सीधे शामिल कर सकते हैं। इस प्रकार, दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ आगामी टेस्ट सीरीज़ में शमी की जगह नबी को शामिल करना गेंदबाज़ों और भारतीय क्रिकेट दोनों के लिए फायदेमंद होगा।




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