कुलदीप या अक्षर: बांग्लादेश के ख़िलाफ़ दूसरे टेस्ट में कौन होगा भारतीय प्लेइंग इलेवन का हिस्सा ?
कुलदीप यादव और अक्षर पटेल [X/@WisdenCricket,@BCCI]
चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में दो मैचों की सीरीज़ के पहले टेस्ट में बांग्लादेश को हराने के बाद, भारत कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में दूसरे मैच में उनसे भिड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है। घरेलू टीम इस मैच में अपना दबदबा कायम रखना चाहेगी और एक और जीत दर्ज करना चाहेगी।
मैच से पहले, भारत द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले संभावित संयोजन के बारे में कई चर्चाएँ हुई हैं। मालूम हो कि भारत ने बांग्लादेश के ख़िलाफ़ पहले टेस्ट में तीन तेज़ गेंदबाज़ों और दो स्पिनरों का इस्तेमाल किया था।
लेकिन कानपुर की सतह अपनी काली मिट्टी के लिए चर्चित है, इसलिए भारत इस मैच में एक अलग संयोजन चुन सकता है।
चेपॉक और कानपुर के विकेट में अंतर
कानपुर की पिच पारंपरिक रूप से खेल के शुरू से ही स्पिनरों के अनुकूल रही है। काली मिट्टी होने के कारण, हम उम्मीद कर सकते हैं कि इसमें चेन्नई की पिच की तुलना में कम उछाल होगा। नतीजतन, तेज़ गेंदबाज इस पिच से ज्यादा कुछ हासिल नहीं कर पाएंगे। इसलिए, तीन स्पिनर और दो तेज़ गेंदबाज़ों का संयोजन खेल के लिए आदर्श हो सकता है।
कानपुर में दो विकेट के बीच का अंतर
रिपोर्ट के अनुसार, ग्रीन पार्क स्टेडियम में दो अलग-अलग ट्रैक तैयार किए गए हैं। ग्राउंड के क्यूरेटर ने यह भी कहा है कि यह ट्रैक तेज़ गेंदबाज़ों और स्पिनरों दोनों के लिए अनुकूल होगा। हालांकि, अगर हम मैदान के रुझान को देखें, तो अगर पहले दिन सतह सही रहती है, तो दूसरे दिन के अंत तक यह टूटने लगती है। इसलिए, भारत के लिए तीन स्पिनरों के साथ जाना रणनीति के लिहाज़ से ज़्यादा बेहतर होगा।
कुलदीप यादव को क्यों चुना जाए?
- भारतीय बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर के पास बांग्लादेशी बल्लेबाज़ों को परेशान करने के लिए बहुत सारी विविधता है। इसके अलावा, कुलदीप यादव को अपने नए गेंदबाज़ी एक्शन के साथ नई गति मिली है, जिससे विपक्षी बल्लेबाज़ों को उनके साथ सफलतापूर्वक निपटने में संघर्ष करना पड़ सकता है।
- बांग्लादेशी बल्लेबाज़ पहले ही रवींद्र जडेजा को खेल चुके हैं, इसलिए उसी तरह के स्पिनर को लाना अच्छी योजना नहीं लगती। दूसरी ओर, बल्लेबाज़ों के लिए अलग कोण के साथ कुलदीप अधिक परेशानी खड़ी कर सकते हैं।
अक्षर पटेल को क्यों चुना जाए?
- अक्षर पटेल की मौजूदगी से टीम की बल्लेबाज़ी लाइनअप में और गहराई आएगी। भारतीय ऑलराउंडर ने हाल ही में एक से ज़्यादा बार अपनी बेहतरीन बल्लेबाज़ी का नमूना पेश किया है। अक्षर के नौवें नंबर पर आने से भारत के किसी भी तरह के पतन की संभावना कम हो जाएगी, और अगर ऐसा होता भी है तो उनके पास बैकअप के तौर पर एक और खिलाड़ी होगा।
- अक्षर गेंद को घुमाने की कोशिश करने की बजाय अपनी लंबाई में बदलाव करने पर ज़्यादा भरोसा करते हैं। वह कमोबेश एक समान गति से गेंदबाज़ी करने पर ध्यान केंद्रित करते हैं; इसलिए, उनकी स्किडी प्रकृति इस ट्रैक पर टीम को मदद दे सकती है।
कुलदीप बनाम अक्षर: नतीजा
अक्षर बल्लेबाज़ी में अतिरिक्त गहराई प्रदान करेंगे, लेकिन इस बात से सहमत होना होगा कि कुलदीप नौवें नंबर पर काफी अच्छे बल्लेबाज़ हैं। दूसरी ओर, अक्षर को शामिल करने का मतलब होगा कि लाइनअप में दो समान स्पिनर होंगे। इसलिए, कुलदीप को शामिल करके गेंदबाज़ी आक्रमण में थोड़ी विविधता लाना बेहतर है।