बुमराह-शमी बाहर? चैंपियंस ट्रॉफ़ी 2025 के लिए भारत की सबसे मज़बूत गेंदबाज़ी इकाई पर एक नज़र...


एक्शन में जसप्रित बुमरा [स्रोत: @AakshatOM10/X.com]एक्शन में जसप्रित बुमरा [स्रोत: @AakshatOM10/X.com]

आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफ़ी 2025 में अब सिर्फ़ एक महीना बचा है और क्रिकेट प्रशंसक उत्साह से भरे हुए हैं। आठ साल बाद वापसी कर रहा यह टूर्नामेंट फरवरी में पाकिस्तान और दुबई में आयोजित किया जाएगा। इंग्लैंड ने पहले ही अपनी टीम की घोषणा कर दी है, जबकि भारत और छह अन्य टीमें 12 जनवरी को अपनी अनंतिम टीमों की घोषणा करेंगी।

हालांकि, भारत के सामने बड़ी चुनौती चोटिल खिलाड़ियों और प्रमुख गेंदबाज़ों के खराब फॉर्म की है। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी जैसे खिलाड़ियों का टीम में जगह बनाना मुश्किल है, जिससे टूर्नामेंट के लिए भारत के सबसे मज़बूत गेंदबाज़ी आक्रमण पर सवाल उठ रहे हैं।

आइये देखते हैं कि चैंपियंस ट्रॉफ़ी 2025 के लिए भारत की गेंदबाज़ी इकाई में कौन शामिल हो सकता है।

1. मोहम्मद सिराज के साथ अर्शदीप सिंह तेज़ गेंदबाज़ी की कमान संभालेंगे

भारत के स्टार तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह पीठ की चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो सकते हैं। हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ टेस्ट मैच के दौरान उन्हें ऐंठन हुई थी और उनका स्कैन किया जा रहा है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि अगर यह ग्रेड 1 की चोट है, तो वह 2-3 सप्ताह में ठीक हो सकते हैं, लेकिन ग्रेड 3 की चोट के कारण उन्हें तीन महीने तक बाहर रहना पड़ सकता है।

बुमराह की उपलब्धता संदिग्ध होने के कारण, तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण की अगुआई अर्शदीप सिंह और मोहम्मद सिराज करेंगे। दोनों ही तेज़ गेंदबाज़ हाल ही में शानदार फॉर्म में हैं।

मोहम्मद शमी एक और गेंदबाज़ हैं जो चोट की चिंताओं का सामना कर रहे हैं। उन्होंने वनडे विश्व कप 2023 के बाद से कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है, जहाँ वे 7 मैचों में 24 विकेट लेकर सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ थे। हालाँकि, शमी इस समय घरेलू क्रिकेट खेल रहे हैं, लेकिन उनकी फिटनेस चिंता का विषय बनी हुई है।

अगर शमी बाहर होते हैं तो अर्शदीप और सिराज से तेज़ गेंदबाज़ी इकाई में जगह भरने की उम्मीद है।

  • अर्शदीप सिंह: पंजाब के इस तेज़ गेंदबाज़ में गेंद को स्विंग कराने और टाइट लाइन पर गेंदबाज़ी करने की क्षमता है और वह पेस यूनिट में बाएं हाथ से विविधता लाते हैं। विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में उनका प्रदर्शन शानदार रहा था, जिससे वह गेंदबाज़ी आक्रमण की अगुआई करने के प्रबल दावेदार बन गए हैं।
  • मोहम्मद सिराज: वे पावरप्ले में भारत के सबसे भरोसेमंद तेज़ गेंदबाज़ रहे हैं, जो शुरुआत में ही स्ट्राइक करते हैं और विपक्षी टीम पर दबाव बनाते हैं। नई गेंद को स्विंग करने और नियंत्रण बनाए रखने की सिराज की क्षमता उन्हें एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनाती है।

2. हर्षित राणा, मुकेश कुमार, आवेश ख़ान रेस में

चैंपियंस ट्रॉफ़ी के लिए भारत को कम से कम तीन मुख्य तेज़ गेंदबाज़ों की ज़रूरत होगी। अगर बुमराह और शमी दोनों उपलब्ध नहीं हैं, तो चयनकर्ता युवा गेंदबाज़ों को चुन सकते हैं।

  • हर्षित राणा: दाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ अपनी हिट-द-डेक गेंदबाज़ी शैली के लिए जाने जाते हैं और वह अच्छी गति और उछाल से गेंदबाज़ी कर सकते हैं।
  • मुकेश कुमार: घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले मुकेश गेंदबाज़ी आक्रमण में सटीकता और अनुशासन लाते हैं।
  • आवेश ख़ान: हालांकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनका प्रदर्शन लगातार अच्छा नहीं रहा है, लेकिन अपने अनुभव और गति के कारण आवेश एक बैकअप विकल्प बने हुए हैं।

3. स्पिन विभाग: कुलदीप यादव की जगह लेंगे वरुण चक्रवर्ती?

भारत के स्टार स्पिनर कुलदीप यादव का स्पोर्ट्स हर्निया की चोट के कारण चैंपियंस ट्रॉफ़ी में खेलना संदिग्ध है। वह T20 विश्व कप 2024 और वनडे विश्व कप 2023 में भारत की सफलता का अहम हिस्सा रहे हैं, लेकिन इंग्लैंड के ख़िलाफ़ आगामी वनडे सीरीज़ में उनकी फिटनेस की परीक्षा होगी।

अगर कुलदीप चोटिल होने के बाद भी फिट नहीं हो पाते हैं तो चयनकर्ता उनकी जगह वरुण चक्रवर्ती को चुन सकते हैं।

• वरुण चक्रवर्ती: तमिलनाडु के स्टार स्पिनर अपनी रहस्यमयी स्पिन के लिए जाने जाते हैं, वरुण T20 और घरेलू क्रिकेट में शानदार फॉर्म में हैं। उन्होंने हाल ही में विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी के दौरान 6 मैचों में 18 विकेट लिए। वरुण की अपरंपरागत गेंदबाज़ी शैली पाकिस्तान और दुबई की स्पिनिंग ट्रैक पर मैच विनर साबित हो सकती है।

4. ऑलराउंडर: हार्दिक पांड्या, अक्षर पटेल और वाशिंगटन सुंदर

भारत की गेंदबाज़ी इकाई को ऑलराउंडरों से भी मज़बूती मिलेगी जो बल्ले और गेंद दोनों से योगदान दे सकते हैं।

  • हार्दिक पंड्या: इस तेज़ गेंदबाज़ से दोनों विभागों में अहम भूमिका निभाने की उम्मीद है। डेथ ओवरों में गेंदबाज़ी करने और तेज़ी से रन बनाने की उनकी क्षमता उन्हें एक मूल्यवान संपत्ति बनाती है।
  • अक्षर पटेल: बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर बल्लेबाज़ी भी कर सकते हैं, अक्षर टीम को संतुलन प्रदान करते हैं। बीच के ओवरों में गेंदबाज़ी करने और रन रोकने की उनकी क्षमता महत्वपूर्ण होगी।
  • वाशिंगटन सुंदर: दाएं हाथ के ऑफ स्पिनर जो निचले क्रम में बल्लेबाज़ी कर सकते हैं, सुंदर के शामिल होने से स्पिन विभाग में और अधिक विविधता आएगी।

दिलचस्प बात यह है कि चैंपियंस ट्रॉफ़ी के लिए रवींद्र जडेजा को चुने जाने की उम्मीद नहीं है। रिपोर्ट्स के मुताबिक़ चयनकर्ता अक्षर और सुंदर जैसे युवा विकल्पों की ओर झुक रहे हैं, जो बल्लेबाज़ी क्रम में भी ऊपर आ सकते हैं। 

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Mohammed Afzal

Mohammed Afzal

Author ∙ Jan 11 2025, 6:52 PM | 4 Min Read
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