IND vs BAN दूसरे टेस्ट के लिए ग्रीन पार्क स्टेडियम की पिच रिपोर्ट
रोहित शर्मा और गौतम गंभीर कानपुर पिच का आकलन कर करते हुए [PTI]
चेन्नई में भारत बनाम बांग्लादेश का पहला टेस्ट मैच चार दिन के अंदर समाप्त हो गया और खिलाड़ियों को आगामी दूसरे टेस्ट मैच की तैयारी के लिए पर्याप्त आराम मिला, जो 27 सितंबर को कानपुर में होने वाला है।
पाकिस्तान के ख़िलाफ़ ऐतिहासिक सीरीज़ जीतने के बाद बांग्लादेश की टीम से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन टाइगर्स दबाव में आए और मैच को 280 रन से गंवाना पड़ा। पहले टेस्ट के स्टार आर अश्विन थे, जिन्होंने पहली पारी में शानदार शतक लगाया, और दूसरी पारी में 6 विकेट लिए। उनके अलावा ऋषभ पंत और शुभमन गिल ने भी शतकीय पारियाँ खेली।
पंत और गिल दोनों ने परिपक्व पारियां खेलीं और शानदार शतक जड़कर भारत को चेन्नई टेस्ट में जीत दिलाने में मदद की। चेन्नई टेस्ट में लाल मिट्टी की पिच का इस्तेमाल किया गया था।
तेज गेंदबाज़ों ने उस मैच का भरपूर आनंद लिया क्योंकि सरफ़ेस पर अतिरिक्त उछाल और थोड़ी सी सीम मूवमेंट भी थी। हालांकि, कानपुर टेस्ट पहले टेस्ट मैच के बिल्कुल विपरीत होगा, क्योंकि इसमें काली मिट्टी का इस्तेमाल किया जाएगा।
IND vs BAN, कानपुर की पिच रिपोर्ट
जैसा कि पहले बताया गया है, कानपुर की सरफ़ेस में काली मिट्टी का उपयोग किया जाएगा, जो चेन्नई में इस्तेमाल की जाने वाली लाल मिट्टी से बिल्कुल अलग होगी। लाल मिट्टी की सतह पर, गेंद सीम मूवमेंट प्रदान करती है और तेज गेंदबाज़ों को अतिरिक्त उछाल मिलता है, और यह धीरे-धीरे टर्न लेनी शुरू कर देती है।
हालांकि, काली मिट्टी की सरफ़ेस पर गेंद पहले दिन से ही पकड़ बनाने लगती है, और यह नीचे रहती है और कभी-कभी अजीब उछाल भी देती है। स्ट्रोक बनाना मुश्किल हो जाता है और बल्लेबाज़ स्पिन और उछाल का अंदाजा लगाने में संघर्ष करते हैं।
कानपुर में आखिरी बार टेस्ट मैच 2021 में खेला गया था, जब भारत ने न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ खेला था। उस मैच में बल्लेबाज़ों को संघर्ष करना पड़ा था और भारतीय स्पिनरों ने कीवी बल्लेबाज़ों के ख़िलाफ़ कहर बरपाया था। हालाँकि वह मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ था।
इस पिच पर चौथी पारी में बल्लेबाज़ी मुश्किल होती है, इसलिए टॉस जीतने वाला कप्तान पहले बल्लेबाज़ी चुन सकता है।