गिल-जायसवाल या अभिषेक-जायसवाल? भारत के T20 भविष्य के लिए कौन सी जोड़ी ज़्यादा बेहतर होगी?
शुबमन गिल, यशस्वी जयसवाल और अभिषेक शर्मा [X]
भारतीय टीम ने 2024 में शानदार प्रदर्शन किया और रोहित शर्मा की कप्तानी में वेस्टइंडीज़ और अमेरिका में T20 विश्व कप जीता। भारत ने टूर्नामेंट में रोहित शर्मा और विराट कोहली को सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर इस्तेमाल किया और दोनों अनुभवी खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया।
लेकिन अभी जो स्थिति है, उसके मुताबिक़ भारतीय क्रिकेट में हेड कोच गौतम गंभीर और नवनियुक्त T20 कप्तान सूर्यकुमार यादव के मार्गदर्शन में एक नए युग की शुरुआत हो रही है। इस मोड़ पर भारतीय टीम एक नई ओपनिंग जोड़ी की तलाश में होगी।
इस जगह के लिए शुभमन गिल, अभिषेक शर्मा और यशस्वी जायसवाल जैसे नाम दावेदार हैं। आइए इन तीनों खिलाड़ियों के आंकड़ों का विश्लेषण करें और देखें कि इनमें से कौन सी जोड़ी भारत के लिए टॉप ऑर्डर में सर्वश्रेष्ठ होगी।
जायसवाल बनाम गिल बनाम अभिषेक | पावरप्ले में स्ट्राइक रेट
खिलाड़ी | स्ट्राइक रेट |
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यशस्वी जायसवाल | 153.02 |
शुभमन गिल | 126.57 |
अभिषेक शर्मा | 151.13 |
ऐसे समय में जब टीमें दमदार शुरुआत की तलाश में रहती हैं, ओपनरों को कम से कम 150 से ज़्यादा की स्ट्राइक रेट से रन बनाने की ज़रूरत होती है। रिकॉर्ड पर नज़र डालें तो पता चलता है कि गिल को छोड़कर, जायसवाल और अभिषेक शर्मा दोनों का स्ट्राइक रेट 150 से ज़्यादा है। पावरप्ले में रन बनाने की दर की बात करें तो जायसवाल और शर्मा भविष्य में भारत के लिए बेहतर जोड़ी लगते हैं।
जयसवाल बनाम गिल बनाम अभिषेक | पावर प्ले में बाउंड्री प्रतिशत
खिलाड़ी | बाउंड्री % |
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यशस्वी जायसवाल | 26.52 |
शुभमन गिल | 19.35 |
अभिषेक शर्मा | 25.87 |
पावरप्ले, ओपनर्स के लिए ज़्यादा से ज़्यादा बाउंड्री लगाने और टीम की स्कोरिंग दर बढ़ाने का सबसे अच्छा समय होता है, क्योंकि इस चरण के दौरान रिंग के बाहर सिर्फ़ दो फ़ील्डर ही रह सकते हैं। इस चरण के दौरान बल्लेबाज़ की ओर से लगाया गया बाउंड्री का प्रतिशत जितना ज़्यादा होगा, स्कोरबोर्ड पर डॉट बॉल का प्रभाव उतना ही कम होगा।
ऊपर दी गई तालिका से पता चलता है कि तीनों बल्लेबाज़ों में से शुभमन का पहले छह ओवरों में सबसे कम बाउंड्री प्रतिशत है। गहराई से जांच करने पर पता चलता है कि पावर प्ले में तीनों में से गिल का डॉट प्रतिशत सबसे कम है।
अगर हम इन दोनों तथ्यों को आपस में जोड़कर देखें, तो हम इस नतीजे पर पहुँचते हैं कि गिल भले ही स्ट्राइक रोटेट करते हैं और स्कोरबोर्ड को आगे बढ़ाने की कोशिश करते हैं, लेकिन बीच में उनकी मौजूदगी टीम की गति को धीमा कर सकती है क्योंकि उनकी तरफ से पर्याप्त बाउंड्री नहीं आती हैं। हालाँकि जिस तरह से वह बल्लेबाज़ी कर रहे हैं, उसमें कोई खामी नहीं है, लेकिन आधुनिक क्रिकेट की माँगों को देखते हुए यह थोड़ा पुराना लगता है।
जायसवाल बनाम गिल बनाम अभिषेक - टीम के लिए अहमियत
तीसरा कारक जो अभिषेक और यशस्वी को T20I क्रिकेट में ओपनिंग जोड़ी के रूप में इस्तेमाल करने के पक्ष में बोलता है, वह बल्लेबाज़ी से बहुत अधिक संबंधित नहीं है। शर्मा और जायसवाल दोनों ही अपनी बाहें घुमा सकते हैं और टीम संरचना में गहराई, लचीलापन और गतिशीलता जोड़ सकते हैं।
आधुनिक क्रिकेट की मांग के मुताबिक़ खिलाड़ियों की पूरी तरीके से अहमियत पर नज़र डालने में ऐसा लगता है कि भविष्य में भारत के लिए यशस्वी और अभिषेक का चयन बेहतर विकल्प होगा।