ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ भारत की सीरीज़ जीत में 3 'अहम' बातें
जायसवाल ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ भारत के स्टार रहे [X]
टीम इंडिया ने मेज़बान ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और T20 सीरीज़ 4-1 से जीत ली। पहला T20 मैच हारने के बावजूद उन्होंने शानदार वापसी की और अगले चार मैच जीते।
टीम में कई सितारे थे, और हर खिलाड़ी ने सीरीज़ जीत में अपना योगदान दिया। शुभमन गिल की अगुआई में भारतीय टीम ने तीनों विभागों में मेज़बान टीम को पछाड़ दिया और सीरीज़ आसानी से जीत ली।
तो, अब जबकि दौरा समाप्त हो चुका है, हम कुछ प्रमुख बातों पर नज़र डाल रहे हैं, जिनसे भारत शानदार जीत के साथ घर वापस लौटा है।
जायसवाल-अभिषेक, टीम इंडिया का भविष्य
भारत अगर यशस्वी जायसवाल को एक और उभरते सितारे अभिषेक शर्मा के साथ पारी की शुरुआत करने देता है तो अगले 10 सालों के लिए भारत की T20 अंतरराष्ट्रीय सलामी जोड़ी का चयन हो जाना चाहिए।
वे आक्रामक क्रिकेट की नई भारतीय विचारधारा को असल रूप देते हैं, क्योंकि दोनों निडर होकर खेलते हैं और यही मानसिकता पूर्व कप्तान रोहित शर्मा ने संन्यास लेने से पहले छोड़ी थी। दोनों खिलाड़ियों ने ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ अपनी क्लास दिखाई और साल 2026 और उसके बाद होने वाले अगले T20 विश्व कप के लिए उन्हें भारत की ओपनिंग जोड़ी होना चाहिए।
T20 अंतरराष्ट्रीय में गिल का अंत?
शुभमन गिल एक बेहद प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं और उन्होंने बेहतरी के साथ वनडे प्रारूप में अपनी जगह बनाई है। हालांकि, उन्हें अभी भी T20 फॉर्मेट में अपनी जगह बनानी है। सीरीज़ में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी होने के बावजूद, भारतीय कप्तान फॉर्म में नहीं दिखे और तेज़ी से रन बनाने में संघर्ष करते दिखे।
जायसवाल और अभिषेक जैसे बल्लेबाज़ों ने 150 से ज़्यादा की स्ट्राइक रेट से रन बनाए, जबकि गिल 125.93 की स्ट्राइक रेट से केवल 170 रन ही बना सके।
T20 विश्व कप के मुख्य खिलाड़ी अगली सीरीज़ से वापस लौट आएंगे, ऐसे में गिल के लिए खेल के सबसे छोटे प्रारूप में अपनी जगह पक्की करना मुश्किल होगा।
भारतीय गेंदबाज़ी सुरक्षित हाथों में
जसप्रीत बुमराह और अर्शदीप सिंह जैसे गेंदबाज़ो के T20 विश्व कप में सबसे बड़े मंच पर चमकने के बाद, सवाल यह था कि क्या बैक-अप गेंदबाज़ ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं, और इसका जवाब 'हां' है।
रवि बिश्नोई और वाशिंगटन सुंदर ने स्पिन गेंदबाज़ी में अपना जलवा दिखाया, और तेज़ गेंदबाज़ मुकेश कुमार और खलील अहमद ने पूरी सीरीज़ में शानदार प्रदर्शन किया। भारत के पास अब प्रतिभाशाली गेंदबाज़ों का एक समूह है, जो आने वाले समय के लिए एक अच्छा संकेत है।